टाटा पावर-डीडीएल और टीएचडीसीआईएल ने ऊर्जा क्षेत्र में कौशल विकास एवं प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए किया समझौता
नई दिल्ली, 3 नवंबर। घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा क्षेत्र के विकास हेतु कौशल विकास एवं प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड और टेहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन आपस में समझौता किया है। समझौते का उद्देश्य बिजली के घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार के हिसाब से योग्य एवं दक्ष प्रोफेशनल्स तैयार करना है। समझौता ज्ञापन पर प्रवीण अग्रवाल, चीफ–ह्यूमैन रिसोर्सेज़, इंडस्ट्रियल रिलेशंस, फेसिलिटी मैनेजमेंट एंड हेल्थ सर्विसेज़, टाटा पावर-डीडीएल तथा डॉ ए एन त्रिपाठी, जनरल मैनेजर (एचआर एंड ए), टीएचडीसीईएल ने अनूप नंदी, हेड (बीडी एंड कॉलेबरेशन), टाटा पावर-डीडीएल, रवि बुढलाकोटी (एचआरडी-टीएचडीसीआईएल) तथा दोनों संगठनों के अन्य कई सीनियर अधिकारियों की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए।
अधिकारियों ने बताया कि इससे टाटा पावर-डीडीएल तथा टीएचडीसीआईएल के बीच परस्पर सहयोग पर आधारित एक लाभदायक फ्रेमवर्क तैयार होगा। इसके तहत् लीडरशिप, वैलनेस एवं अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों समेत, वर्कशॉप, सेमिनार, रिसर्च गतिविधियों के अलावा कंसल्टेंसी प्रोजेक्ट्स को भी शामिल किया गया है जो एनर्जी सेक्टर के लिए दक्षता और जानकारी बढ़ाने पर बल देंगे। यह महत्वपूर्ण पार्टनरशिप, एचआरडी तक्षशिला – एसएलसीडीसी, ऋषिकेश तथा दिल्ली में टाटा पावर-डीडीएल के लर्निंग सेंटर की इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं का लाभ उठाते हुए स्मार्ट ग्रिड्स, ग्रिड ऑटोमेशन तथा अन्य पूरक टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों के लिए एडवांस ट्रेनिंग प्रोग्राम तैयार कर उन्हें उपलब्ध कराएगी।
इसके बारे में टाटा पावर डीडीएल के चीफ ह्यूमैन रिसोर्सेज़, इंडस्ट्रियल रिलेशंस, एफएम एंड हेल्थ सर्विसेज़ प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि, “राष्ट्रीय महत्व के संस्थान टीएचडीसीआईएल के साथ हमारी यह विशिष्ट पार्टनरशिप, देश के एनर्जी सेक्टर के लिए अत्याधुनिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों से संबंधित महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। दुनियाभर में तेजी से बदल रहे एनर्जी सेक्टर के मद्देनज़र, हमारा लक्ष्य भारत के अलावा अंतरराष्ट्रीय हितधारकों के लिए भी उच्च-स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त योग्य पेशेवरों को तैयार करना है। यह पहल, कौशल विकास संबंधी हमारी प्रतिबद्धता दोहराने के साथ-साथ इंडस्ट्री की बदलती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कार्यबल (वर्कफोर्स) तैयार करने की हमारी प्रतिबद्धता भी दर्शाती है।”