विद्युत विभाग में निजीकरण के खिलाफ कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन !
रैली निकालकर अति.मुख्य सचिव के नाम एडीएम को सौंपा ज्ञापन !
कोटपूतली-
विद्युत विभाग में निजीकरण के खिलाफ प्रदेश भर में कर्मचारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। राजस्थान विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले जिले के विद्युत कर्मचारियों ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया।
कर्मचारियों ने निजीकरण के प्रयासों को रोकने, पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को पुनः लागू करने, सीपीएफ कटौती बंद कर जीपीएफ कटौती शुरू करने जैसी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया व रैली निकालकर जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अति. मुख्य सचिव ऊर्जा विभाग के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश सहारण को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में विद्युत कर्मचारियों ने कहा कि विद्युत क्षेत्र में उत्पादन, प्रसारण और वितरण के नाम पर निजीकरण के प्रयास राज्य की जनता और कर्मचारियों के हितों के खिलाफ हैं।
(ओपीएस)पुरानी पेंशन योजना को पुनः लागू करने और सीपीएफ कटौती समाप्त कर जीपीएफ कटौती शुरू करने की मांग की गई। ठेका और संविदा कर्मचारियों के अधिकारों को सुनिश्चित करने आदि की मांग भी की गई।
विद्युत कर्मचारियों का कहना है कि सरकार निजीकरण के नाम पर विद्युत क्षेत्र में अंधाधुंध बदलाव कर रही है जिससे न केवल कर्मचारियों के भविष्य पर असर पड़ेगा बल्कि जनता को भी महंगी बिजली का सामना करना पड़ेगा। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन को और तेज़ किया जाएगा। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी वक्ताओं ने स्पष्ट रूप से निजीकरण रोकने और कर्मचारियों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए सरकार से तत्काल कदम उठाने की अपील की। इस अवसर पर कोटपूतली बहरोड जिले भर के बड़ी संख्या में विद्युत कर्मचारी उपस्थित रहे।