कानपुर में मतदान कल : तैयारियां पूरी, मतदाताओं का रुख ,जवाब – पता नहीं

चुनाव में जीत के लिए भाजपा, बसपा और गठबंधन ने झोंकी ताकत, रहेगी कड़ी सुरक्षा - जातीय आधार के भरोसे प्रत्याशियों की जीत

 

सुनील बाजपेई
कानपुर। यहां कल 13 मई को लोकसभा मतदान के लिए पोलिंग पार्टियों को रवाना करने समेत सारी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी रहेगी ।
यहां कल सोमवार को अकबरपुर और कानपुर लोकसभा के लिए मतदान होना है । यहां मतदान के इस आखिरी समय में भाजपा बसपा और गठबंधन के प्रत्याशी मतदाताओं को रिझाने के लिए हर तरीके अपनाते भी नजर आए। कोई जाति का सहारा लेता नजर आया तो कोई आपसी संबंधों का। लेकिन इसके बाद भी मतदाताओं का रुख लगभग हर किसी की समझ के बाहर माना जा रहा है। अगर मतदाताओं का रुख प्रत्याशियों की समर्थकों से पूछो तो अधिकांश का जवाब यही होता है कि पता नहीं।
वैसे इस बार के आम चुनाव में यहां मुक़ाबला सवर्ण उम्मीदवारों के बीच है। बीजेपी ने रमेश अवस्थी को मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस ने आलोक मिश्रा पर भरोसा जताया है। इंडिया गठबंधन के करार के तहत सपा ने यह सीट कांग्रेस को ही दी है। वहीं, बसपा ने कुलदीप भदौरिया को कानपुर से टिकट दिया है।
कानपुर और अकबरपुर में 13 मई को मतदान होना है।
अगर इसी क्रम में अकबरपुर की बात करें तो यहां भारतीय जनता पार्टी ने देवेंद्र सिंह भोले को तीसरी बार अपना प्रत्याशी बनाया है जबकि उनके मुकाबले में गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में पूर्व सांसद राजा रामपाल मैदान में उतारे गए हैं। इसी तरह से बहुजन समाज पार्टी ने राजेश कुमार द्विवेदी को अकबरपुर लोकसभा से प्रत्याशी बनाया है। कानपुर नगर के साथ ही अकबरपुर लोकसभा का चुनाव भीकाफी हद तक जाति आधार पर ही निर्भर करता है।
माना जा रहा है कि जातीय गणित जिसके पक्ष में होगा। वहीं चुनाव में बाजी मार ले जाएगा। इनमें से गठबंधन प्रत्याशी राजा रामपाल और बसपा प्रत्याशी राजेश कुमार द्विवेदी का भी मुख्य आधार जातीय ही माना जाता है। ठाकुरों की नाराजगी के चलते यही आधार भारतीय जनता पार्टी के लिए खतरा माना जा रहा है।

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