कृषि विभाग ने किसानों को दी सलाह: डीएपी के विकल्प में एसएसपी व एनपीके का करें उपयोग !
कम लागत में पाएं बेहतर उपज !
भारत पोस्ट ब्यूरो कोटपूतली-बहरोड- कृषि विभाग ने जिले के किसानों को रबी फसलों में डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) की जगह सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) या एनपीके उर्वरकों का उपयोग करने की सलाह दी है। संयुक्त निदेशक कृषि एम.के.जैन ने बताया कि इन उर्वरकों के उपयोग से किसानों को न केवल अच्छी उपज मिलेगी बल्कि उत्पादन की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।
जैन ने जानकारी दी कि डीएपी की जगह 3 बैग एसएसपी और 1 बैग यूरिया के उपयोग से फसल को 23 किलोग्राम नाइट्रोजन, 24 किलोग्राम फॉस्फोरस और 16.5 किलोग्राम सल्फर प्राप्त होता है। जबकि 1 बैग डीएपी से केवल 9 किलोग्राम नाइट्रोजन और 23 किलोग्राम फॉस्फोरस ही मिल पाता है। एनपीके उर्वरकों के विभिन्न ग्रेड में भी सल्फर की मौजूदगी होती है जिससे सरसों जैसी फसलों में तेल की मात्रा बढ़ती है और उपज भी अधिक मिलती है। इसके साथ ही सल्फर का प्रयोग प्रोटीन और विटामिन की वृद्धि में सहायक होता है जो चने की फसल के लिए बेहद आवश्यक है।
एसएसपी का उपयोग करने से सल्फर पर अलग से खर्च नहीं करना पड़ता जिससे उत्पादन की लागत में भी कमी आती है। राज्य में एसएसपी और एनपीके उर्वरक का उत्पादन होता है जिससे यह बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं। विभाग ने किसानों से अपील की है कि उर्वरक, बीज या दवाई केवल अधिकृत विक्रेताओं से ही लें और पक्का बिल अवश्य प्राप्त करें।
कृषि विभाग ने जिले में एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया है जहां किसान खेती और उर्वरकों से संबंधित जानकारी और समस्याओं के समाधान के लिए नियंत्रण कक्ष के मोबाइल नंबर 9414207457 पर संपर्क कर सकते हैं।