खाद्य सुरक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई: 100 किलो नकली पनीर और 160 किलो सड़े फल मौके पर नष्ट
*बलवान सिंह ब्यूरो चीफ बाराबंकी* बाराबंकी। गर्मी और बारिश के मौसम में संचारी व संक्रामक रोगों के प्रसार को रोकने तथा मिलावटी खाद्य व पेय पदार्थों पर नियंत्रण के उद्देश्य से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तर प्रदेश लखनऊ तथा जिलाधिकारी बाराबंकी के निर्देश पर जनपद में व्यापक अभियान चलाया गया।
इस अभियान का नेतृत्व सहायक आयुक्त (खाद्य)-II डॉ. शैलेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देशन और मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी नीरद पाण्डेय के नेतृत्व में किया गया। टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री अरुण कुमार, भगौती प्रसाद, पल्लवी तिवारी, डॉ. अंकिता यादव, अर्शी फारूकी, सलिल कुमार सिंह व अनुराधा मिश्रा शामिल रहीं।
कार्रवाई के तहत जनपद के विभिन्न शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में निरीक्षण करते हुए खाद्य पदार्थों के 15 नमूने लिए गए। इसमें पनीर निर्माण इकाई, दारापुर (कुर्सी) से पनीर के 2, ग्राम गोहना (देवा रोड) से पनीर के 2 और दुग्ध क्रीम का 1, ग्राम मित्तई (देवा) से पनीर का 1, राम बरन डेयरी (महादेवा, रामनगर) से पनीर व खोया के 1-1, तथा ग्राम खिर्री (रामनगर) से दूध का 1 नमूना शामिल है। इस दौरान करीब 100 किलो दूषित पनीर (अनुमानित मूल्य ₹30,000) मौके पर ही नष्ट कराया गया।
वहीं सब्जी मंडी बस अड्डा, देवां रोड फल मंडी और हैदरगढ़ के कोठी बाजार सहित विभिन्न स्थानों से फल-सब्जियों के कुल 6 नमूने लिए गए। निरीक्षण के दौरान 60 किलो सड़े व दूषित फल (अनुमानित मूल्य ₹5,500) और 50 किलो सड़े आम (अनुमानित मूल्य ₹2,500) नष्ट कराए गए।
इसके साथ ही शहर के नवीन फल-सब्जी मंडी, बस अड्डा सब्जी मंडी, देवां रोड मंडी और शेरे-ए-पंजाब रेस्टोरेंट के आसपास आमजन को स्वच्छता व मिलावट रहित खाद्य सामग्री के उपयोग हेतु जागरूक किया गया।
खाद्य सुरक्षा विभाग ने स्पष्ट किया कि लिए गए सभी नमूनों को जांच हेतु प्रयोगशाला भेजा गया है। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।