रिश्तों का कत्ल: छोटे भाई ने हीं बड़े भाई को उतारा मौत के घाट,फिर विरोधी को फंसाने के लिए रची झूठी कहानी !
विरोधी पर कराया भाई की हत्या का नामजद मुकदमा दर्ज !
कोटपूतली-बहरोड़-
निकतवर्ती ग्राम सरुण्ड में 17 नवंबर को हुए ख्यालीराम मीणा की हत्या ने परिवार और इलाके को झकझोर कर रख दिया था। लेकिन इस हत्या का जो सच निकलकर सामने आया उसने सभी को स्तब्ध कर दिया कि दुश्मनी में बदला लेने के लिए इंसान किस हद तक गिर सकता है। मृतक का सगा छोटा भाई रोहिताश मीणा ही उसका कातिल निकला। साजिश इतनी गहरी थी कि रोहिताश ने अपने विरोधी कृष्ण यादव को फंसाने के लिए अपने ही भाई की हत्या के बाद झूठी कहानी रच डाली।
हत्या की रात और झूठी कहानी—
रोहिताश ने पुलिस को बताया था कि उसके भाई ख्यालीराम पर कृष्ण यादव और उसके दो साथियों ने बाबा माधवदास की बगीची के सामने मैदान में हमला किया था। उसने दावा किया कि हमलावरों ने लोहे की रॉड और डंडों से ख्यालीराम को बुरी तरह पीटा। पेट में लगी गंभीर चोट के कारण ख्यालीराम को कोटपुतली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां तबीयत बिगड़ने पर जयपुर के निजी अस्पताल ले गए, वहां पेट का ऑपरेशन भी कराया गया लेकिन हालत ज्यादा खराब होने के कारण उसकी मौत हो गई। लेकिन पुलिस द्वारा बारीकी से की गई जांच ने इस कहानी को झूठा साबित कर दिया।
सीसीटीवी ने खोली पोल—-
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो मामला उलटा नजर आया। फुटेज में स्पष्ट था कि ख्यालीराम के साथ मारपीट कोई बाहरी नहीं बल्कि उसका अपना भाई रोहिताश मीणा कर रहा था। गुप्त सूत्रों और चश्मदीद गवाहों ने भी इस बात की पुष्टि की। पुलिस जांच में घटना के वक्त कृष्ण कुमार बेरी गांव के इलाके में था मारपीट स्वयं मृतक के भाई रोहिताश ने हीं की थी।
पुरानी रंजिश बनी हत्या की वजह—
पुलिस जांच में सामने आया कि अक्टूबर महिने में रोहिताश के साथ कृष्ण यादव ने मारपीट की इस संबंध का एक मुकदमा दर्ज कराया गया था जिसकी जांच चल रही थी। इस घटना के बाद से रोहिताश बदले की आग में जल रहा था। उसने न केवल अपने भाई की हत्या की बल्कि कृष्ण यादव को फंसाने के लिए पूरी साजिश रच डाली।
पुलिस कार्रवाई और साजिश का पर्दाफाश—
इस सनसनीखेज मामले को सुलझाने में जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यन्त और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा ने अहम भूमिका निभाई। वृताधिकारी राजेन्द्र कुमार बुरडक व सरूण्ड थानाधिकारी मोहम्मद इमरान और उनकी टीम की मुस्तैदी से इस जटिल मामले का सच उजागर हुआ।
पुलिस ने रोहिताश मीणा पुत्र रामचंद्र मीणा (23वर्ष ) निवासी सरुण्ड को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे छह दिन की रिमांड पर भेज दिया गया। सनसनीखेज घटना के खुलासे में कांस्टेबल जगत सिंह व कांस्टेबल महेश कुमार की विशेष भूमिका रही। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर हत्या और गहरी साजिशों के कारणों का खुलासा करने में जुटी है।